Ham Safar | Hindi Kavita | हम सफर | छंद खुळा

हम सफर...


लिखु जो खत तूझे।

ओ मेरे प्यार का,

इकरार का, दिलदार का
हो गई जो, तुझं से मोहब्बत।

मै ना जाणू क्या हुआ है मुझे।

क्यू बेचैन सा रहणे लगा हू।

दिन भर दिल मे तेरा ही खयाल है।
दिल मे तेरा ही नाम लिखा है।

तेरे चेहरे मे ऐसा क्या है।

जो मेरे दिल पे छा गया है।

इसे प्यार कहू की तेरी लत।
तू मुझे ना समज गलत।

जान से भी ज्यादा तुझे चाहने लगा हू।

इस दिल को बार-बार समजाणे लगा हू।

मत कर तू इतना प्यार किसीं से।
कही धोका ना मिल जाये प्यार मे।

आ भी जाओ, अब देर ना कर।

अब नही होता मुझ से और सबर।

ना आई तो! मिल जयेगी ये खबर।
कही मै ना जाऊ ये दुनिया छोडकर।

अधुरा रह जयेगा सपना मेरा।

ढूडती रह जायेगी फिर दर बदर।

मै रखूगा दिल के पास जिंदगीभर।
बन गया मै तेरा हम सफर।

        कवी - आनंद कदम



व्हिडीओ देखणे के लिये नीचे क्लिक करो..             
         हम सफर..

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post