जिंदगी है दोस्त | हिंदी कविता | छंद खुळा | Jindagi Hai Dost

जिंदगी है दोस्त..


हमे तो आपनो ने ही।
यु तन्हा लुट के छोडा। 

जिन्हे हम अपना समज बैठे। 
उन्होने हि हमे अकेला छोडा।


बस अब हम जान चुके है ।
ना कोई पैसोसे छोटा ना बडा। 

जिंदगी में होना चाहिये।
दोस्तो का तो दिल बडा।


दोस्ती बनाना आसांन है।
मगर निभाना बडा मुश्किल।

रास्ता आसान नही दोस्ती का।
बिन दोस्त जिना भी है मुश्किल।


बस अब येही खाँहिस है ।
ऐसें हि जिंदगी कि राह पर चॅलेंगे ।

चाहे पहाड हो, कितना भी मुश्किल।
कोई साथ हो या ना हो रिस्ते निभाऍंगे।


किसिको ना किसिको, कभी ना कभी ।
आपना बनाके ही दम लेंगे। 

वरणा हम भी दोस्तो के बगैर।
जिंदगी को ही दोस्त बना लेंगे।
   
                          - आनंद कदम ..

                 

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post